कहाँ से शुरू करूँ ? काफी कठिन प्रश्न है. जीवन को जब से थोड़ा बहुत समझने लगा हूँ, तब से अंतर्मन में सैंकड़ों विचार घुमड़ते रहे हैं. वस्तुओं के प्रति धारणाएं बनी हैं और बदली भी हैं, और आगे भी बदलती रहेंगी। बहुत सारे विषय हैं जो मन को भाते हैं, पढ़ने में बहुत रुचिकर लगते हैं. इस ज्ञान वर्धन के साथ साथ अनेकों प्रश्न भी मस्तिष्क में उत्पन्न होते रहते हैं, जिनमें से अधिकतर के उत्तर नहीं मिल पाते हैं. परन्तु इस से खोजने की इच्छा कम नहीं होती अपितु बनी रहती है. इसी खोज ने मुझे प्रेरित किया कि कुछ थोड़ा बहुत लिखना आरम्भ करूँ, जिस से कुछ मन की भड़ास निकले। हाँ, विचारों की अभिव्यक्ति से मन हल्का होता है.
मेरी रूचि कविताएँ पढ़ने में है. कभी कभी स्वयं भी कुछ लिखने का प्रयास कर लेता हूँ. मुझे सुदामा पाण्डेय 'धूमिल', रामधारी सिंह 'दिनकर', हरिवंश राय बच्चन आदि की कवितायें पसंद हैं. अंग्रेजी में भी (जितनी समझ में आती है) कुछ कवितायें पढता रहा हूँ. इन दोनों से अधिक उर्दू में लिखी ग़ज़लें पढ़ी हैं. (देवनागरी में लिखी हुई ). जिनमे से मुनव्वर राना, मिर्ज़ा ग़ालिब, बशीर बद्र, साहिर लुधियानवी आदि की रचनाएं बहुत पसंद आती हैं.
मेरी रूचि अच्छा गीत संगीत सुनने में है. अच्छे से मेरा अभिप्राय अर्थपूर्ण गीतों से है. कभी इच्छा हो तो गाने का प्रयास भी कर लेता हूँ. मेरी अन्य रुचियों में अंतरिक्ष के बारे में वैज्ञानिक खोजों के बारे में पढ़ना है. इसके लिए मैं घंटों इंटरनेट पर समय लगाता हूँ.
तो, विषय तो बहुत सारे हैं जिनके बारे में यहाँ लिखना चाहता हूँ. उनमे से कुछ जो मुझे अधिक रुचिकर प्रतीत होते हैं, उन पर अधिक लिखने का प्रयास करूंगा।
आप का इस ब्लॉग को पढ़ने और अपना महत्वपूर्ण समय देने के लिए आभार !
- आशीष